राष्‍ट्रीय

भारत के संविधान रचेता डॉ.बी.आर.अम्बेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा टिप्पणी करने पर पुतला फूंका। 

 

सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:

देश के गृहमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेसियों तथा दलित नेताओं में जमकर रोष व्याप्त हो रहा है। इसी रोष पर आक्रोशित बुधवार को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस एससी सेल की प्रदेश महासचिव एवं सुप्रीम कोर्ट की वकील कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री अमित शाह का पटौदी अम्बेडकर भवन के पास पुतला फूंककर रोष प्रकट किया।

 

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वहीं इस मौके पर कांग्रेस नेत्री ने कहा कि भारत का संविधान डॉ भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिखा गया आजाद भारत का सबसे पवित्र और सर्वमान्य ग्रंथ है। संविधान का सभी धर्म, वर्ग, संप्रदाय और विभिन्न राजनीतिक दल तथा उनके नेताओं के द्वारा मान सम्मान किया जाता आ रहा है। भाजपा की केन्द्र में सरकार बनने पर पीएम मोदी के द्वारा भी डॉक्टर अंबेडकर के द्वारा लिखे गए संविधान के सामने नतमस्तक होते हुए देखा गया है। उन्होंने कहा भाजपा और भाजपा नेताओं की सोच सहित विचारधारा समय-समय पर संविधान को लेकर की गई टिप्पणियों से जग जाहिर होती रही है। उन्होंने कहा भाजपा और भाजपा नेताओं की सोच सहित विचारधारा समय-समय पर संविधान को लेकर की गई टिप्पणियों से जग जाहिर होती रही है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा जो कुछ भी सदन में डॉ भीमराव अंबेडकर को लेकर टिप्पणियां की गई, यह भारतीय लोकतंत्र और सदन के इतिहास में एक काला अध्याय ही माना जा सकता है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि उनके द्वारा जो कुछ भी टिप्पणी की गई वह किस मानसिकता के साथ में की गई और किसके इशारे पर यह सब बोला गया ? कांग्रेस नेत्री श्रीमती चौधरी ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह को तथा भारतीय जनता पार्टी को अभिलंब देश के सर्वोच्च पंचायत सदन सहित देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

 

वहीं मंत्री को संविधान रचयिता पर इस तरह की टिप्पणी करने पर स्वयं ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आखिरकार उनके द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर के संविधान के अनुरूप कार्य करने के संकल्प के साथ शपथ ली गई है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि जिस प्रकार की असहनीय टिप्पणी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के लिए अमित शाह के द्वारा की गई, इस बात से इनकार नहीं की यह सब भाजपा और आरएसएस के इशारे पर की गई है।

वहीं कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी ने कहा पिछले 10 वर्ष से भाजपा और केंद्र सरकार में मंत्री तथा सभी भाजपा सांसद केवल और केवल मोदी के ही गीत गाते आ रहे हैं। वास्तव में इन्होंने संविधान की मूल भावना को समझा होता ? तो जिस प्रकार की भाषा एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री के द्वारा बोली गई, उस भाषा को देश और दुनिया को सुनना ही नहीं पड़ता।

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उन्होंने आरोप लगाया भाजपा 400 का नारा देकर के संविधान बदलने की नियत भी रखती थी। डॉ भीमराव अंबेडकर का संविधान यह कहता है कि एससी समाज को सत्ता में भागीदारी के चुनाव के लिए उसका उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए आरक्षण की सुविधा उपलब्ध करवाई।

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